वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१६ जुलाई २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
पौढ़ी: (जपुजी साहिब)
सुणिऐ पोहि न सकै कालु ॥
प्रसंग:
सुणिऐ पोहि न सकै कालु से क्या आशय है?
किस प्रकार से सुनने को कह रहे हैं गुरु नानक?
सुनने वाले को काल नहीं खा सकता है ऐसा क्यों बोल रहे गुरु नानक?